हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे

हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे

भक्ति और प्रेम का संगम • हृदय से प्रकट श्लोक

हर कष्ट के हिम दया से पिघल जाएं,
मन की कटुता मनुज जो मन से हटाएं,
तू आए हृदय में बसने कोई तुझको पुकारे,
हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे।

मेरे नैना तेरो नाम जपे बिन सोए नहीं,
बिना तुझको पुकारे सुबह कोई होए नहीं,
हम रग–रग से तुम्हारे, तुम हृदय में हमारे,
हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे।

इसमें कहा है, कुछ भी नया, नहीं भईया,
जिस जीवन की नईया में हो तुम वो उसके खेवइया,
लगन से भजो वे भंवर से करेंगे किनारे,
हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे।

ये जगत तेरो है फूलों का बगीचा,
मधुर धुन से तूने सदा जिसको सींचा,
तेरे नाम से ही यहां आवें बहारें,
हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे।

📖 कविता की व्याख्या

Line 1: हर कष्ट के हिम दया से पिघल जाएं – भगवान की कृपा से जीवन की कठिनाइयाँ हल्की हो जाएं।

Line 2: मन की कटुता मनुज जो मन से हटाएं – मन के अंदर की कड़वाहट मिटाने का आह्वान।

Line 3: तू आए हृदय में बसने कोई तुझको पुकारे – भगवान की उपस्थिति की इच्छा और उन्हें हृदय में आमंत्रित करना।

Line 4: हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे – भक्ति और भरोसे का भाव।

Line 5: मेरे नैना तेरो नाम जपे बिन सोए नहीं – भगवान का नाम स्मरण किए बिना नींद न आना।

Line 6: बिना तुझको पुकारे सुबह कोई होए नहीं – दिन की शुरुआत भगवान के स्मरण के बिना अधूरी है।

Line 7: हम रग–रग से तुम्हारे, तुम हृदय में हमारे – हर श्वास और रग-रग में भगवान का अनुभव।

Line 8: हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे – विश्वास और आत्मीयता।

Line 9: इसमें कहा है, कुछ भी नया, नहीं भईया – जीवन में भगवान की उपस्थिति में नया अनुभव नहीं, केवल स्थायित्व।

Line 10: जिस जीवन की नईया में हो तुम वो उसके खेवइया – भगवान जीवन की नाव के चालक हैं।

Line 11: लगन से भजो वे भंवर से करेंगे किनारे – भक्त अपने समर्पण से संकटों को पार करेंगे।

Line 12: हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे – हर संकट में भगवान पर विश्वास।

Line 13: ये जगत तेरो है फूलों का बगीचा – सृष्टि भगवान की देखरेख में फूलों सा सुंदर।

Line 14: मधुर धुन से तूने सदा जिसको सींचा – भगवान ने सदा जीवन को प्रेम और मधुरता से संवारा।

Line 15: तेरे नाम से ही यहां आवें बहारें – भगवान के स्मरण से जीवन में खुशियाँ।

Line 16: हे बप्पा! हम तुम्हरे सहारे – भगवान के सहारे जीवन का आह्वान।

🌸 संपूर्ण सार

कविता भगवान गणेश के प्रति गहन भक्ति और समर्पण की अभिव्यक्ति है। जीवन के मोह और कठिनाइयों में भगवान ही मार्गदर्शक और सहारा हैं। हर श्लोक में भगवान के स्मरण, भक्ति और विश्वास की भावना है, जो जीवन को सुखमय और शांति से भर देती है।

🌿 Written by Rishabh Bhatt

🪔 गणेश पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ

मेरी ओर से सभी पाठकों को गणेश पूजन/गणेश चतुर्थी की मंगल शुभकामनाएँ— विघ्नहर्ता गणपति आपकी बुद्धि, बल और सिद्धि में वृद्धि करें, जीवन में नई प्रेरणा दें, और हर शुभ कार्य में सफलता प्रदान करें। गणपति बप्पा मोरया! 

Happy Ganesh Chaturthi, Shree Ganesh Chaturthi special poetry

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