सूरज की फैली लाली सुबह सी, तुझमें चमक वो राम से है, उम्मीदों की ठहर मुझमें अभी, हनुमत तेरे नाम से है। बहकी–बहकी बातें न…
तन पे लगें जब मेरे रंग थे, तब से ही तुम जैसे मेरे संग थे, गुलालों की महक में तूने मन को मेरे हर लिया, तेरी याद घुल सी ग…
गगन रात जाके तारों को लाई, चमक फूलों में उनकी मिलाई, मिला दो निगाहें सरारा सजन, मैं तोसे मगन, तूं मोसे मगन, कण–कण में प…
चौदा वरस सिया बन, तेरा इंतज़ार करता, तू चाहती तो मैं भी, तुझे ताउम्र प्यार करता। आवक बन न रहती, यूं लफ्ज़ मुख को फेरे, …
आ गई तूं दिल में क्या बातें मेरी सुन? गा रहा था बहरें तुझपे, अल–फ़ाइलातुन, होश में दिल आया, जब तूने गले लगाया, दर्द दिल…
मेरे दिल के संदूकों में, पैग़ाम पुराना है, चुपचुपके रुकसत लेने वाले, तुम्हें लौट कभी तो आना है... फूल शहर में एक नहीं, …
कोई ताल लहर से खींचे मुझको, जैसे नदियां के तीरे से, मैंने एक नज़र क्या देखी तुझको, तूने बात कर लिया धीरे से। मैं पल–पल …
Copyright © Rishabh Bhatt Kasmein Bhi Du To Kya Tujhe? By Rishabh Bhatt ISBN : 978-93-340-9458-9 Year : 2024 Paperback…