अर्क की उसा तेज उज्जवल,
वो अमर आत्मा, आत्मा में बसें,
वो प्रचण्ड धर्म परमात्मा में बसें,
इतिहास कर्मों का गुणगान करे,
रजनी में दीपक सा शान धरे,
बहते मारुत की चाल लिए,
अवनी गर्वित ऐसे लाल दिए,
स्वराज्य करे वर्षों वंदन,
बिखरे तारों के बंधन,
उदयित जन की नीदों में,
राग बने कोयल की गीतों में,
हर पोथी में आधार धरें,
जीवित लौह पुरुष श्रृंगार बनें।
राधेय के कवच-कुण्डल: यह पंक्ति साकारात्मक रूप में सरदार पटेल की सुरक्षा और दृढ़ता का प्रतीक है। 'कवच-कुण्डल' उनकी सुरक्षा और आदर्श नेतृत्व की प्रतीकात्मक छवि है।
अर्क की उसा तेज उज्जवल: यहां सूर्य के समान उनकी शक्ति और तेज को दर्शाया गया है। पटेल का साहस और दृष्टिकोण अंधकार में भी उजाला फैलाने वाला था।
वो अमर आत्मा, आत्मा में बसें: उनका व्यक्तित्व और उनके आदर्श अमर हैं। उनका प्रभाव न केवल इतिहास में बल्कि लोगों के हृदय में भी जीवित है।
वो प्रचण्ड धर्म परमात्मा में बसें: सच्चाई और धर्म के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को उजागर करती पंक्ति। वे धर्म और न्याय के प्रतीक रहे।
इतिहास कर्मों का गुणगान करे: उनके किए गए कार्य इतिहास में हमेशा याद रखे जाएंगे और उनका गुणगान किया जाएगा।
रजनी में दीपक सा शान धरे: कठिन समय और अंधकार में भी उनका नेतृत्व और साहस दीपक की तरह मार्गदर्शन करता रहा।
बहते मारुत की चाल लिए: तेज़ हवा की तरह उनकी गति और निर्णय क्षमता। वे हर परिस्थिति में सक्रिय और प्रभावशाली थे।
अवनी गर्वित ऐसे लाल दिए: भारत भूमि उनके योगदान से गर्वित है। उन्होंने देश के प्रति समर्पण और वीरता दिखाई।
स्वराष्ट्र करे वर्षों वंदन: स्वतंत्रता और अखंड भारत के लिए उनके प्रयासों को वर्षों तक याद किया जाएगा।
बिखरे तारों के बंधन: भारत की विभिन्न रियासतों और समाज के अलग-अलग हिस्सों को उन्होंने एक सूत्र में पिरोया।
उदयित जन की नीदों में: उनके आदर्श और कार्य आम जन के मन और सपनों में हमेशा जीवित रहते हैं।
राग बने कोयल की गीतों में: उनकी महानता और देशभक्ति की सराहना कविताओं और गीतों में होती रहेगी।
हर पोथी में आधार धरें: शिक्षा, राजनीति और इतिहास की हर किताब में उनका योगदान एक आधार स्तंभ के रूप में रहेगा।
जीवित लौह पुरुष श्रृंगार बनें: 'लौह पुरुष' के रूप में उनके साहस और दृढ़ता की छवि हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगी।
पटेल का संघर्ष केवल राजनीतिक नहीं था; उन्होंने भारतीय समाज में सामाजिक एकता और राष्ट्र निर्माण के लिए कई प्रयास किए। उनके कार्यों से ही स्वतंत्र भारत में राजनीतिक स्थिरता और प्रशासनिक संगठन का निर्माण संभव हुआ। उनकी दूरदर्शिता और प्रबल इच्छाशक्ति आज भी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
"ये आसमान तेरे कदमों में हैं"
यह कविता ऋषभ भट्ट यानी मेरे पुस्तक "ये आसमान तेरे कदमों में हैं" से ली गई है। पुस्तक में भावनाओं, प्रेरणा और जीवन के अनमोल अनुभवों को खूबसूरती से शब्दों में पिरोया गया है। यह पुस्तक विश्वभर में उपलब्ध है और हर पाठक के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


बहुत सुन्दर काव्य सरदार पटेल का
ReplyDeleteशत् शत् नमन सरदार बल्लभ भाई पटेल
ReplyDeletevery nice poetry
ReplyDeleteSundar kavita
ReplyDeletevery nice
ReplyDeleteBahut sundar
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteSarder Patel amar rhe
ReplyDeleteBahut achcha poem
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