Meri Zindagi Hai Tu 🌹 : Season–1
पहली कदम तुम दुल्हन बन बढ़ाना 💞 : Part – 2
जहां की नज़र से कदम ये डरी है,
तेरे पास आने की राहें सरकरी हैं,
ढके नैन सूरज ने, चंदा मगन लग रहा है,
मिलन पर्व मेरा–तुम्हारा लगन लग रहा है,
कसम है तुझे मैं तुम्हारा रहूंगा,
इसके अलावा न कुछ भी कहूंगा,
हकीकत बयां इन आंखों में होगी,
बातें सुनी–अनसुनी पे न जाना,
पकड़ हाथ तुझको चलेंगे सफर पर,
पहली कदम तुम दुल्हन बन बढ़ाना।
हवाओं से पूछा, उन्हें सांस प्यारी,
धड़कन में लेती कोई जान क्यारी,
उमंगों में चढ़ता हर पल कोई रंग,
जुआ ज़िंदगी का मैं खेलूं तेरे संग,
बातों में मेरे लहर उठ रही है,
तेरे इश्क़ में मीठी समंदर सही है,
पायल की छुन से तुझे जान जाऊं,
तूं आने से पहले उनको बजाना,
पकड़ हाथ तुझको चलेंगे सफर पर,
पहली कदम तुम दुल्हन बन बढ़ाना।
मेरे मन के सारे नदी और पोखर,
बुलाएं तुझे, आ पिया मेरे घर,
तारों की दावत कोई चल रही है,
हाथों में मेरे गुड़ और दही है,
तेरे आगमन की मिलीं सौ बधाई,
चंदा–चकोरी भी मिलने को आईं,
नज़र न लगे मेरी लाडली को,
तूं आंखों में काजल जरा सा लगाना,
पकड़ हाथ तुझको चलेंगे सफर पर,
पहली कदम तुम दुल्हन बन बढ़ाना।
न खतम इस जहां से ये पैगाम होगा,
मेरी सांस पर अंतिम तेरा नाम होगा,
सोलह सिंगारे हैं तुझ बिन कमी सी,
गिरी ओस जैसी तू मुझमें नमी सी,
निगाहों के पहले पसंद की कहानी,
मुकद्दर की अंतिम पिया तू निशानी,
मिले सात सौ या बस इक जनम,
अग्नि के सातों वचन को निभाना,
पकड़ हाथ तुझको चलेंगे सफर पर,
पहली कदम तुम दुल्हन बन बढ़ाना।
Read Part – 1
किताब : मेरा पहला जुनू इश्क़ आख़री
🌿 Written by Rishabh Bhatt 🌿
✒️ Poet in Hindi | English | Urdu
💼 Engineer by profession, Author by passion
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