Urdu Nazmein Playlist – Broken Hearts Collection 💔 | Rishabh Bhatt

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Urdu Nazmein
ये सीरीज़ सिर्फ़ नज़्मों का मजमुआ नहीं, बल्कि उन दिलों की सरगोशियाँ हैं जो कभी पूरी तरह ख़ामोश नहीं हो पाईं। हर मिसरा किसी पुराने खत की तरह खुलता है, जहाँ स्याही अब भी सांस लेती है — और हर अल्फ़ाज़ में एक चेहरा बसता है।
Urdu Nazmein उन शामों की बात करती है जहाँ मोहब्बत अधूरी नहीं, बल्कि मुकम्मल होकर भी अधूरी लगती है। जहाँ लफ़्ज़ खुद से रूठे हैं, मगर ख़ामोशी अब भी उसी एक नाम की तर्ज़ पर सांस ले रही है।
ये प्लेलिस्ट आपको सिर्फ़ पढ़ने नहीं — महसूस करने को बुलाती है। कहीं आंखों में बेपनाह मोहब्बत उतर आएगी, कहीं धड़कनों में एक पुरानी आह गूंजेगी। और शायद... किसी मिसरे में आप खुद को ढूंढ पाएं। 🕊️
— A Rishabh Bhatt's Series, उन रूहों के नाम जो इश्क़ को आज भी इल्म समझती हैं। 💫
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Season 1
भूल गया 🍁
मैं भूल गया मंजिल तू मेरी यूं छोड़ गया नाकाम मुझे, मैं भूल गया मासूम तुझे क्यूं तोड़...
गुज़र ❤️‍🔥
मेरी रातों के मुकद्दर में ठहरी यादों का सहर लौटा दे मुझे, मेरे हासिल... मेरे ख़्वाबों का गुजर...
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हमनवां 🌙
मुफलिस की जवानी में रोब की रुसवाईयां पकड़ लूं, बेवा के शबाब सी ख़्वाबों की...
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आवारा 🥀
मगरूर सी इन शामों को लेकर, मैं तेरे इश्क में आवारा फिरुं....
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तूं न आई 👀
बन करके मेरे पुरसिस में पहनाई, तूं न आई, होने को ढ़ाई साल आए मगर तूं...
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कुदरत का नूर 👑
लोगों की दुआओं में टूटते तारों की पहली मुराद, तूं ही है इश्क की इल्तिज़ा और...
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एकतरफा राब्ता 🌒
तेरी शामों में तारे गिनते, उंगलियां मैंने जलाई हैं, आंखों की प्यास को...
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भली सी एक शक्ल थी 🥺
वो मोतियों सी अश्क में ठहर गई तो खैफियत, डाकिए के लफ्ज में वो...
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तुम मुझे छोड़ तो नहीं दोगे? ☁️
कश्तियां दिल की कहीं डूब जाती हैं, इन ख्वाहिशों के आईने में...
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नशा-ए-इश्क 🍷
रातें गई, बातें गई, सालें अभी जाने लगी, तेरी खबर अब तक नहीं, यादें...
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Season 2
इश्कबाज़ ❤️‍🩹
मैं रोया हूं आंसुओं के सूख जाने तक, खामोशियों से पूछता था आवाज़ क्या है...
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कोई पेशा नहीं है आशिक़ी दिखाने की 💔
सुना है दरिया भी सूख जाती हैं कड़ी धूप में, कोई सूरज तो होगा जहां में इन...
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मेरे दिल के रदीफ़ 🍁
इश्क़ फिर भी हुए कई ईशां से, मगर उस चेहरे पर आज भी खो जाता हूं...
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मेरे दिल में पनाह ❤️
दौड़ते होंगे मुसाफिर राह ए मंज़िल की ओर, मंजिले–इश्क में मेरी...
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उसके सिवाए कोई नहीं 🌒
आदिल तो दिल है मेरी कुर्बतों का, मेरी हसरतों में उसके सिवाए कोई नहीं...
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मेरे चांद को जमी की जरूरत है 🌙
नबी ओ चाहतों के फकत जागीर दे मुझको, मैं उसको ढूंढ लूँ जिससे कोई तस्वीर दे...
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नशा-ए-जिस्म ❤️‍🔥
तेरी नरम अदा, गरम जिस्म और लफ्ज़ों में शक्करी मिठास, बूंद बूंद पी जाती है निग़ाहों की दरिया...
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पीर की हिदायत 🕊️
मुसतफ़ा के ज़िंदगी भर की कमाई, यूं अचानक चोरी की रकम हो गई...
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भली सी एक शक्ल थी ; Part - 2 👒
नहीं सही ज़नम-ज़नम ज़िऊं तुझी पे मैं मरुं, ये वक़्त-ए-हवस़ तेरी...
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ज़िन्दगी 🌿
हैरतअंगेज ज़माने की कहानियों में बड़ी मगरुर है ज़िन्दगी, इतनी कि आज मैं तुझसे और तू मुझसे...
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Author
Rishabh Bhatt

इश्क़ और खामोशी के बीच की वो आवाज़, जो कभी पूरी तरह सुनाई नहीं देती, अब शब्दों में जीवित होती है। “Urdu Nazmein” उन्हीं एहसासों की दास्तान है, जहाँ हर मिसरा किसी छुपी याद की तरह उभरता है और हर अल्फ़ाज़ में एक कहानी बसी रहती है।
ये series उन लम्हों की है जब मोहब्बत की गहराई, तन्हाई की मिठास और यादों की नर्मी एक साथ झिलमिलाती है। हर शेर, हर पंक्ति दिल की खिड़कियों को खोलती है और भीतर की दुनिया की सरगोशियों को उजागर करती है।
मैं ऋषभ भट्ट profession से एक engineer हूँ, लेकिन दिल से हमेशा Poet and Author । मेरी कई नज़्में/कविताएँ Amar Ujala Kavya पर भी प्रकाशित हैं। मेरी किताबों — मेरा पहला जुनूं इश्क़ आख़री, कसमें भी दूँ तो क्या तुझे?, मैं उसको ढूँढूँगा अब कहाँ?, नींद मेरी ख़्वाब तेरे... में भी इनकी झलक है जो आज सैकड़ों प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद हैं।
ये series आपको सिर्फ़ पढ़ने नहीं, बल्कि महसूस करने और जीने को बुलाती है। कहीं धड़कनों में एक पुराना एहसास जागेगा, कहीं लफ़्ज़ आपके दिल के सबसे अंदरूनी हिस्से को छू जाएंगे, और शायद… किसी शेर में आप खुद को पाएँ। 🕊️
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