तुम मेरा प्यार हो और सिर्फ मेरी....

 

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हम दोनों कुछ दिन के लिए ही मिलें
लेकिन वो ज़िन्दगी का सबसे खूबसूरत पल था,
अब अगली मुलाकात का इंतजार है
और मोबाइलों वाला प्यार यूं ही चलता रहे,
तुम्हारी फ़िक्र होती है
जब भी कोई तुम्हारी बातें करता है
उसे एहसासों में डूबकर सुनता हूं
होठों पे अजीब सी खुशी आ जाती है
यही खुशी मैं तुम्हारे चेहरे पर देखना चाहता हूं,
मेरी आंखों में तुम्हारी कई तस्वीरें हैं
हंसते हुए पलों में तुम सबसे खूबसूरत लगती हो
तुम्हें छूने के एहसासों के उन मंज़र में
मैं तुम्हें अपने बेहद करीब पाता हूं
तुम मेरे लिए इतनी खास क्यों हो ?
इसकी कोई वजह नहीं
बस मैं तुम्हें बेवजह प्यार करता रहूं
यही मेरे दिल की आवाज है
तुम्हें आदतों में उतार लिया मैंने
ये प्यार तुमने ही दिया है
तुम प्यार की ऐसी नींद हों कि
बिना सोए मेरी कई रातें जाग सकती हैं...
एक रात वो भी होगी
जब तुम मेरे आंखों के सामने रहोगी
मैं तुम्हें अपने सबसे करीब कर लुंगा
जब से मेरी नज़रों ने तुम्हारी नज़रों को
उस नज़र से देखा......,
तब से इन नज़रों ने किसी और की नज़रों को
उस नज़र से नहीं देखा,
तुम मेरा प्यार हो, और सिर्फ मेरी हो...।


- S. Rishabh Bhatt

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