Lauhpurush ki Lau 🕯️ : Sardar Vallabhbhai Patel Special – Rishabh Bhatt | Vibhutiyan

Battle Series Cover

विभूतियाँ 🌟 : Season–1

Middle Background

लौहपुरुष की लौ 🕯️
वो युग… 🕰️ जब भारत की रगों में बँटवारे का ज़हर दौड़ रहा था, तब एक पुरुष खड़ा हुआ — शांत, दृढ़, और अडिग। 💪🕊️ सरदार वल्लभभाई पटेल — जिन्होंने खेतों से सीखा श्रम 🌾, वकालत से पाया न्याय ⚖️, और स्वतंत्रता संग्राम में अपनाया अटल साहस 🇮🇳🔥 खेड़ा और बारडोली की धरती आज भी गवाही देती है, कि उन्होंने केवल आंदोलन नहीं किए — आवाम को आत्मविश्वास दिया। ✊🌿 महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाते हुए, उन्होंने संघर्ष को शांति का रूप दिया 🕊️, और कहा — “संगठन ही शक्ति है।” 🤝 जब आज़ादी आई, तो राष्ट्र टुकड़ों में था 🧩, रियासतें बिखरी थीं — पर उन्होंने कहा — “भारत अधूरा नहीं रहेगा।” 🇮🇳✨ बिना युद्ध, बिना रक्त, उन्होंने संवाद से इतिहास लिखा 📜, और 562 रियासतों को जोड़कर एक अखंड भारत की नींव रखी। 🗺️💫 सरदार जी ने सत्ता नहीं चाही, कर्तव्य को चुना 🙏 उनके लिए भारत कोई भूगोल नहीं — एक जीवंत आत्मा था ❤️🇮🇳 उन्होंने प्रशासन को अनुशासन दिया ⚙️, देश को दिशा दी 🧭, और हर भारतीय को एक पहचान। 👣 आज “एकता की प्रतिमा” 🗿 में पत्थर नहीं, उनका विचार खड़ा है। 💭 वो विचार — जो बताता है, “लौहपुरुष का अर्थ कठोरता नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम में अडिगता है।” ❤️🔥 🙏 श्रद्धांजलि सर, आपका योगदान कोई अध्याय नहीं, पूरा ग्रंथ है। आपके निर्णयों में साहस था, आपके मौन में नीतियां थीं, और आपकी दृष्टि में पूरा भारत। “आप केवल इतिहास के नहीं, हर भारतीय के हृदय के नायक हैं।” 🇮🇳 🌿 Written by Rishabh Bhatt 🌿 ✒️ Poet in Hindi | English | Urdu 💼 Engineer by profession, Author by passion
Follow Author Download PDF
Author Picture
Rishabh Bhatt
विभूतियाँ” कोई साधारण series नहीं, बल्कि उन आत्माओं का संगम है, जिन्होंने इतिहास को अपने कर्मों से गढ़ा। ये एक विनम्र प्रयास है — उन महापुरुषों के जीवन और आदर्शों को शब्दों की पवित्रता में समर्पित करने का। इस series में शामिल हैं — सरदार वल्लभभाई पटेल, श्रीनिवास रामानुजन, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज और ऐसे अनेक महान विभूति, जिन्होंने हमें सिखाया कि “राष्ट्र और मानवीयता” सिर्फ विचार नहीं — एक साधना है। मेरे writing के शुरुआती दौर में, मैंने जिस पहले महापुरुष पर कविता लिखी वो थे सरदार वल्लभभाई पटेल, दिन 31 अक्टूबर 2021। उसी एक रचना से ये सफ़र शुरू हुआ और धीरे-धीरे हर अध्याय एक नई विभूति की प्रेरणा में बदल गया और आज ये पूरी series एक श्रद्धा-पथ बन चुकी है। मैं हूँ ऋषभ भट्ट, profession से एक Engineer, लेकिन soul से Poet and Author। मेरी इस series की कविताएं Amar Ujala Kavya पर भी प्रकाशित हैं, और ये मेरी किताब “ये आसमां तेरे क़दमों में है” का भी हिस्सा हैं, जो आज विश्वभर में उपलब्ध है। “विभूतियाँ” कोई पन्नों का संग्रह नहीं, ये उन प्रकाश-दीपों की माला है, जो अंधकार में भी राष्ट्र का मार्ग दिखाते हैं। हर कविता — एक प्रेरणा है, हर पंक्ति —एक प्रणाम। ये series पढ़ना, केवल इतिहास जानना नहीं — बल्कि उस आत्मा को महसूस करना है, जिसने हमें ‘भारतवासी’ होने का गर्व दिया। 🇮🇳

Other Series Await

Manthan
Series Cover 3 Read
Zidd Zinda Hai
Series Cover 3 Read
Utsav Diary
Series Cover 3 Read
Aye Watan Tere Liye
Series Cover 3 Read
Aashiqon Ki Gali Me
Series Cover 1 Read
Urdu Nazmein
Series Cover 1 Read
Meri Zindagi Hai Tu
Series Cover 2 Read
Yaadon Ki Khidki Se
Series Cover 3 Read
Preyasi
Series Cover 3 Read
Ahsaa-E-Ishq
Series Cover 3 Read
Divya Bhakti Sangrah
Series Cover 3 Read
Cheekh
Series Cover 3 Read
Maharani Padmini Ki Jauhar Gatha
Series Cover 3 Read
Sindhpati Dahir
Series Cover 3 Read
Arattai ×
Explurger ×
Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.