ब्रह्माण्ड को अमृत पिलाकर जो स्वयं विष पी जाए
जिनके डमरू से संसार के कानों में संगीत की धुन छाए
जो ताण्डवी नृत्य करके भगवान नटराज बन जाए
वही कैलाश के निवासी... वही नीलकंठ कहलाए।
जहां ज्यामितीय परवलयाकार आकृति अनन्त को बताए
पदार्थ के मूल कण स्वयं एक लिंग में समाएं
दूध के अभिषेक में नाभिकीय ऊर्जा का बिम्ब छाए
वही शिव की सत्य रचना.... वही शिवलिंग कहलाए।
जिनके धनु को तोड़कर सिया में राम समाएं
जिनके महिमा से एक पुरोहित लंकापति कहलाए
जो प्रेम के पन्नों में पार्वती के संग नजर आए
वही हृदय में विष्णु.... और जटा में गंगा बसाएं।
जो संस्कृत की वर्णमाला को अपनी डमरू में बजाए
साधना की शक्ति में आदियोगी बन जाए
सिन्धु से मेसोपोटामिया की सभ्यता में नजर आए
वही उत्पत्ति का शून्य ... और अंत का अनन्त कहलाए।किताब : देव वंदना
🌿 Written by Rishabh Bhatt 🌿
✒️ Poet in Hindi | English | Urdu
💼 Engineer by profession, Author by passion
शिव… सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि हर सांस में एक अनुभव, हर धड़कन में एक शक्ति। बचपन से ही उनकी उपस्थिति मेरे जीवन की दिशा और ऊर्जा रही है। उनका तांडव और ध्यान, उनकी करुणा और अनंत शक्ति—हर रूप में मुझे जीवन की सीख, साहस और शांति मिलती रही है।
मेरी कविताएँ उनके अनंत प्रेम और भक्ति की प्रतिध्वनि हैं। हर शब्द, हर पंक्ति, उनके अस्तित्व की गहराई को महसूस करने का एक रास्ता है। शिव की भक्ति में न सिर्फ श्रद्धा है, बल्कि मन की शांति, साहस और आत्मा का जागरण भी छिपा है।
मेरी कोशिश है कि ये शब्द आपके दिल तक पहुँचें, और आप भी महसूस करें उस अनंत ऊर्जा और प्रकाश को जो केवल शिव की भक्ति में मिलता है। 🌿✨
An Author, Poet & Engineer — wandering through worlds of logic, language, and longing. I turn emotions into stories and moments into art. Through books like “Mera Pehla Junoon Ishq Aakhri”, “Kasmein Bhi Du To Kya Tujhe”, “Unsaid Yet Felt”, “Incompleteness At Every Turn”and many more. I write of love, heartbreak, truth, and hope — where every line carries a soul. My works live on Pocket Novel, Amar Ujala Kavya, Amazon, Notion Press, Pothi.com and more. Founder of RishNova, I believe every untold story holds the power to heal, connect, and stay — forever.