रेत बन उड़ चलें,
प्रेम को मुड़ चलें,
राग अनुराग की लिए,
रंग हर गुण चलें,
सीख कोयल से,
मधुरता भरी स्वर,
पंकज की मृदुलता को
रग-रग में भर,
उड़ती तितलियों के संग,
लिए स्नेह का रंग,
रंगने को ये जग,
करने को प्रेममय,
द्वेश को दूर कर,
हो सहचर की जय,
पुष्प प्रेम का खिले,
भरे प्रेम से डाली,
जले प्रेम का दीपक,
है प्रेम की दीवाली।
🪔💫
Happy Diwali 💫🪔
“दीपों की रौशनी आपके हर अँधेरे में चमक भर दे,
खुशियाँ, प्यार और उम्मीदें हमेशा आपके साथ रहें। 💛”
🌿 Written by
Rishabh Bhatt 🌿
✒️ Poet in Hindi | English | Urdu
💼 Engineer by profession, Author by passion
Sundar kavita 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
ReplyDeletesubh dipawali
ReplyDeleteदीवाली के शुभ अवसर पर सुन्दर काव्य
ReplyDeleteVery nice
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